ऐसे में पेनड्राइव को RAM की तरह प्रयोग करना एक सरल और किफायती विकल्प हो सकता है। यह विशेष रूप से उन यूज़र्स के लिए उपयोगी है जिनका बजट कम है या जो अपने लैपटॉप/PC में हार्डवेयर अपग्रेड नहीं कर सकते।
🧠 पेनड्राइव को RAM की तरह प्रयोग करने के दो मुख्य तरीके:
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ReadyBoost टेक्नोलॉजी (Windows आधारित सिस्टम के लिए)
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Virtual Memory (Paging File) के रूप में पेनड्राइव का उपयोग
🔹 तरीका 1: ReadyBoost तकनीक से पेनड्राइव को RAM की तरह इस्तेमाल करना
ReadyBoost Windows द्वारा प्रदान की गई एक तकनीक है जो फ्लैश ड्राइव (जैसे पेनड्राइव) को RAM जैसी कैश मेमोरी के रूप में इस्तेमाल करती है। यह विशेष रूप से HDD आधारित सिस्टम पर अच्छा काम करता है।
✅ आवश्यकताएँ:
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Windows 7, 8, 10 या 11
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USB 3.0 या उससे उच्च संस्करण की पेनड्राइव (स्पीड > 100 MB/s)
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कम से कम 4GB फ्री स्पेस
🪜 Step-by-Step Process:
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पेनड्राइव को कंप्यूटर में लगाएँ।
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“This PC” या “My Computer” खोलें।
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पेनड्राइव पर Right Click → Properties पर क्लिक करें।
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ReadyBoost टैब पर जाएँ।
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“Use this device” चुनें।
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मेमोरी साइज़ निर्धारित करें (सुझाव: कम से कम 4GB से अधिक)
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Apply और फिर OK पर क्लिक करें।
अब आपका सिस्टम इस पेनड्राइव को एक्स्ट्रा कैश मेमोरी की तरह इस्तेमाल करेगा।
🔹 तरीका 2: पेनड्राइव को Virtual RAM (Paging File) बनाना
यह तरीका ReadyBoost से अलग है और अधिक तकनीकी नियंत्रण प्रदान करता है। इसमें आप पेनड्राइव को Windows की वर्चुअल मेमोरी के रूप में सेट करते हैं, जिससे रैम का कार्यभार कम होता है।
🧾 Process:
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Control Panel → System and Security → System
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Advanced system settings पर क्लिक करें (बाएँ साइड में)
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“Performance” सेक्शन में Settings पर क्लिक करें
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Advanced टैब में जाएँ
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“Virtual Memory” सेक्शन में Change बटन पर क्लिक करें
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“Automatically manage paging file size for all drives” का टिक हटाएँ
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अपनी पेनड्राइव (जैसे E: या F:) को सिलेक्ट करें
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“Custom Size” पर क्लिक करें
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Initial Size (MB): 4096
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Maximum Size (MB): 8192 या अपनी आवश्यकता अनुसार
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Set → फिर OK → Restart करें
📌 अब आपका सिस्टम इस पेनड्राइव को एक्सटेंडेड रैम की तरह उपयोग करेगा।
🧪 क्या यह असली RAM का विकल्प है?
बिंदु | असली RAM | पेनड्राइव RAM (ReadyBoost/Virtual) |
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गति (Speed) | बहुत तेज़ | धीमी (USB की स्पीड पर निर्भर) |
स्थायीत्व | वर्षों तक टिकाऊ | सीमित (फ्लैश मेमोरी जल्दी घिसती है) |
स्थायीत्व | स्थायी | अस्थायी (रीस्टार्ट पर हट सकता है) |
क्षमता | बढ़ाने की सीमा अधिक | सीमित उपयोग |
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केवल तेज़ USB ड्राइव (USB 3.0+) का ही उपयोग करें।
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SSD आधारित सिस्टम में ReadyBoost का लाभ कम मिलता है।
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इसे केवल अस्थायी समाधान की तरह इस्तेमाल करें।
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गेमिंग, वीडियो एडिटिंग जैसे भारी कार्यों के लिए यह समाधान पर्याप्त नहीं है।
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बार-बार पेनड्राइव निकालना नुकसानदेह हो सकता है – हमेशा “Safely Remove” करें।
🔍 सुझावित पेनड्राइव स्पेसिफिकेशन
स्पेसिफिकेशन | न्यूनतम आवश्यकता |
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USB Version | 3.0 या उससे ऊपर |
Storage | 8GB या उससे अधिक |
Read Speed | 100 MB/s से ऊपर |
Write Speed | 50 MB/s से ऊपर |
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एक पेनड्राइव को केवल ReadyBoost या Virtual RAM में से एक में ही उपयोग करें।
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नियमित रूप से पेनड्राइव को स्कैन करें।
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Antivirus चालू रखें ताकि पेनड्राइव में कोई दुर्भावनापूर्ण स्क्रिप्ट न चल सके।
📌 निष्कर्ष
पेनड्राइव को RAM की तरह प्रयोग करना एक आसान और सस्ता तरीका है जिससे आप अपने पुराने कंप्यूटर की प्रदर्शन क्षमता में सुधार कर सकते हैं। यह तरीका विशेष रूप से Windows यूज़र्स के लिए फायदेमंद है जिनके सिस्टम में कम RAM है और जो हार्डवेयर अपग्रेड नहीं कर सकते।
हालाँकि यह एक स्थायी समाधान नहीं है, फिर भी सामान्य उपयोग के लिए यह काफी कारगर साबित हो सकता है।